समय का महत्व
सूर्यास्त के बाद फलों से बचने की कोशिश करें। चयापचय दिन के दौरान सबसे अधिक सक्रिय होता है। सुबह या दोपहर का नाश्ता सबसे अच्छा समय है।
ग्लाइसेमिक इंडेक्स को समझें और जानें कि कैसे सही फलों का चुनाव आपके स्वास्थ्य संतुलन को बनाए रखने में मदद कर सकता है।
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जब हम "मधुमेह प्रबंधन" के बारे में बात करते हैं, तो अक्सर फलों को पूरी तरह से त्यागने की गलतफहमी होती है। वास्तविकता यह है कि शरीर को विटामिन और एंटीऑक्सिडेंट की आवश्यकता होती है।
मुख्य कुंजी ग्लाइसेमिक लोड (GL) और फाइबर सामग्री को समझना है। फाइबर शर्करा के अवशोषण को धीमा कर देता है, जिससे ऊर्जा का स्तर स्थिर रहता है। यह खंड आपको उन विकल्पों के बारे में शिक्षित करने के लिए है जो पोषण प्रदान करते हैं।
साबुत फल, रस के विपरीत, आवश्यक रेशा प्रदान करते हैं जो पाचन स्वास्थ्य का समर्थन करता है।
मात्रा महत्वपूर्ण है। एक समय में एक सीमित मात्रा खाने से चयापचय पर दबाव नहीं पड़ता।
विटामिन सी और पोटेशियम जैसे तत्व समग्र कल्याण के लिए आवश्यक हैं।
भारत का पारंपरिक फल। इसका कसैला स्वाद और बीज पारंपरिक रूप से चयापचय को विनियमित करने में सहायक माने जाते हैं।
हम इसे इसके उच्च घुलनशील फाइबर के लिए पसंद करते हैं। छिलका न उतारें, क्योंकि इसमें अधिकतम पोषक तत्व होते हैं।
एंटीऑक्सिडेंट का खजाना। सुनिश्चित करें कि यह मध्यम पका हो। यह पाचन में सहायता करता है और हल्का होता है।
लगभग 84% पानी और भरपूर फाइबर के साथ, यह नाश्ते के लिए एक हाइड्रेटिंग और संतोषजनक विकल्प है।
विटामिन सी से भरपूर। इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम है, जो इसे स्वास्थ्य के प्रति जागरूक लोगों के लिए आदर्श बनाता है।
फ्लेवोनोइड्स और फाइबर का अच्छा स्रोत। रस पीने के बजाय, फांकें खाएं ताकि फाइबर बरकरार रहे।
जैव-सक्रिय यौगिकों से भरा हुआ। जब मीठा खाने की इच्छा हो, तो यह एक सुरक्षित और कम कैलोरी वाला विकल्प है।
पोषण विशेषज्ञों की एक सामान्य सलाह है: "कार्बोहाइड्रेट को अकेला न छोड़ें।"
जब आप फलों को प्रोटीन या स्वस्थ वसा के साथ जोड़ते हैं, तो पाचन धीमा हो जाता है। यह रणनीति ऊर्जा के स्तर को अधिक स्थिर रखने में मदद करती है।
सूर्यास्त के बाद फलों से बचने की कोशिश करें। चयापचय दिन के दौरान सबसे अधिक सक्रिय होता है। सुबह या दोपहर का नाश्ता सबसे अच्छा समय है।
अधिक पके हुए फलों में चीनी की सांद्रता अधिक होती है। उदाहरण के लिए, केले को थोड़ा हरा होने पर खाना बेहतर होता है।
डिब्बाबंद फल या सूखे मेवों (किशमिश) में चीनी की मात्रा अधिक हो सकती है। हमेशा ताजे, मौसमी उपज का चयन करें।
"मुझे हमेशा लगता था कि मुझे मीठा छोड़ना होगा। लेकिन सही मात्रा में अमरूद और जामुन खाने से मुझे वंचित महसूस नहीं होता और मैं अपनी ऊर्जा बनाए रखता हूं।"
"मेरी डाइटिशियन ने मुझे फलों के साथ नट्स खाने की सलाह दी। यह छोटी सी आदत मेरे लिए बहुत मददगार साबित हुई है। अब मैं भारीपन महसूस नहीं करती।"
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